किसी व्यक्ति को कैसे समझे

किसी व्यक्ति को कैसे समझे
हमें अक्सर लोगो को पहचानने में गलती हो जाती है । मैं आज आपको एक छोटी सी ट्रिक बता रहा हु जो आपकी ये परेशानी कुछ हद तक कम कर देगी ।
हम अपना ज्यादातर वक्त अपने ऑफिस अपने कार्य क्षेत्र में बिताते है। अपने घर रिस्तेदारो के साथ व्यतीत करते है ।
कभी कभी हमें लोगो को समझने में गलती हो जाती है।
तो लोगो को समझने की युक्ति ये है कि आप केवल एक मिनिट के लिए उस व्यक्ति की जगह ले ले और उसकी तरह सोचे । यक़ीन मानिये आप की सोच बदल जायेगी
आप बोल रहे होंगे ये क्या बोल रहा है जगह ले लो
😊
मैं आपको कुछ उदहारण देकर क्लियर करता हु ।
अक्सर आपने अपने माता पिता को आपकी चिंता करते देखा होगा ।
बेटा/ बेटी संभालर जाना किसी से विवाद मत करना । गर्मी है जेब में प्याज जरूर रखना । माँ बोलती है बेटा ठण्ड है चल टोपा बांध तेरे बाल ख़राब नही होगे ।
तब हमारा रिएक्शन क्या होता है । बस करो मम्मी पापा हम अब हम बड़े हो गए है । धयान रख सकते है ।
पर सच तो है हम उनके लिए कभी बड़े नही होंगे ।
माता पिता का इस तरह अपने बच्चो के प्रति चिंता का अहसास मुझे तब हुआ जब मैं खुद पिता बना और पहली बार अपने बच्चे को हाथ में लिया ।
यकीन मानिए दोस्तों सारी पिक्चर क्लियर हो गयी क्यों माता पिता अपने बच्चो की चिंता करते है ।
एक और व्यक्ति जिसके साथ आप सबसे ज्यादा रहते है । अपनी बीवी या आपके पति ।
हम सब कभी या कभी अपनी पत्नियों पर टेंशन का गुस्सा निकल ही देते है
पर कभी नही समजते की वो घर कैसे मैनेज करती है । या यु कहु की पति कैसे पूरी जिमेदारी उठाते है
एक पति के तौर पर मुझे अपनी पत्नी को समझने का मौका मिला जब वो एक दिन पार्लर गयी और छोटे बच्चे को मुझे एक घण्टा मुझे संभालने पड़ा
पता चला की कैसे घर मैनेज करना पड़ता है
ऐसे ही आप अपने बॉस को भी समझ सकते है कि वो ऐसा व्यवहार क्यों करता है और हम उसे कमीना बोस क्यों कहते है।
गुरु जब आप वहां तक पहुँचेगे हम भी शायद वैसे ही रहेंगे । वैसा ही व्यवहार करेगे
दोस्तों ऐसे ही आपको लाइफ में बहुत मोके आएंगे जहा आपको ये ट्रिक बहुत काम आएगी ।
आशा करता हु मेरे ये विचार आपके जीवन में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेंगे ।
एक आम भारतीय के key बोर्ड से ।
क्यों अब कलम नही key board है